Error 404
नई दिल्ली. कई बार ऐसा होता है कि आप इंटरनेट पर कुछ ढूंढने जाते हैं और जब आप एक लिंक पर क्लिक करते हैं तो Error 404 का मैसेज स्क्रीन पर आता है. क्या आप जानते हैं कि इसका मतलब क्या होता है. साथ ही 404 को ही एरर का नंबर क्यों बनाया गया है. आज हम आपको इन सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे.
एरर 404 एक HTTP स्टटेस कोड होता है. इसे एक वेब सर्वर द्वारा भेजा जाता है. जब भी कोई व्यक्ति इंटरनेट पर कोई चीज ढूंढता है तो उसकी रिक्वेस्ट वेब सर्वर के पास जाती है और वहां से उसे मनचाहा या उसके आसपास का जवाब दिया जाता है. लेकिन जब ऐसा नहीं हो पता तो वेब सर्वर आपके कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर एरर 404 का मैसेज भेजता है.
एरर 404 आने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे कि, आपने जो पेज खोजने का प्रयास किया वह हटा दिया गया है, आपने जो यूआरएल (वेबसाइट का पता) डाला उसमें कोई गलती है या फिर यूआरएल बनाते वक्त ही कोई गलती की गई है.
इसके अलावा एक कारण यह भी हो सकता है कि आपने जिस पेज खोजने की कोशिश की है उसका सर्वर ही काम नहीं कर रहा है. एक अन्य कारण यह हो सकता है कि आपने जो डोमेन डाला है वह है ही नहीं. साथ ही आपने जो चीज खोजनी चाही वह डिलीट कर दी गई है या वहां से हटा दी गई है और नई वेबसाइट को उस यूआरएल से लिंक नहीं किया गया है तो भी आपको यह एरर दिखाता है.
अब सवाल यह कि एरर 404 ही क्यों? एरर दिखाने के लिए यही नंबर क्यों लिया गया. इसका कोई पुख्ता जवाब तो नहीं लेकिन थ्योरी कई हैं. एक थ्योरी यह है कि CERN (यूरोपियन न्यूक्लियर रिसर्च ऑर्गनाइजेशन), जो कि ओरिजनल वेब सर्वर्स का घर है, में इस नंबर का एक कमरा था. उसी के नाम पर इस पर इसे रखा गया. हालांकि, इस थ्योरी को खारिज किया जा चुका है.