LiFi: क्या है लाई-फाई (Light Fidelity) टेक्नोलॉजी 2024
Li-Fi Technology LED बल्ब से मिलेगी WiFi से 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड, पलक झपकते ही डाउनलोड होंगी 18 मूवी लाई-फाई टेक्नोलॉजी में सिग्नल भेजने और रिसीव करने के लिए प्रकाश का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल एलईडी लाइट सिग्नल भेजने के लिए एक सेकेंड्स में लाखों बार टिमटिमाती है जिसे हम अपनी खुली आंखों से नहीं देख पाते हैं। WiFi की तुलना में नई टेक्नोलॉजी LiFi 100 गुना अधिक तेज स्पीड वाली होगी। वैज्ञानिकों ने लैब में 224 GB प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल कर ली है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने WiFi (वाई-फाई) के बारे में जरूर जानते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी Li-Fi (लाई-फाई) के बारे में सुना है? अगर आपने इसके बारे में नहीं सुना है तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं।
ये टेक्नोलॉजी WiFi (वाई-फाई) से 100 गुना तेजी से काम करती है। आइए डिटेल से जानते हैं कि LiFi Kya Hai? यह कैसे काम करती है? और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है। इसके फायदे क्या हैं और इसका नुकसान क्या है।
क्या है लाई-फाई (Light Fidelity) टेक्नोलॉजी
Li-Fi डाटा ट्रांसफर के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी वेव्स की जगह विजिबल लाइट कम्युनिकेशंस या इंफ्रारेड या नजदीकी अल्ट्रावॉयलेट का इस्तेमाल करता है। यह टेक्नोलॉजी 400 और 800 THz (780–375 nm) के बीच के विजिबल लाइट का इस्तेमाल करता है।
बल्ब को स्विच ऑन या ऑफ करने से इसका इस्तेमाल किया जाएगा, चूंकि यह नैनोसेकेंड में होगा इसलिए आमतौर पर हम आंखों से नहीं देख पाएंगे। Li-Fi को साल 2011 एक जर्मन व्यक्ति Professor Herald Haas ने लोगों के सामने पेश किया था।
कैसे काम करती है LiFi(लाई-फाई) टेक्नोलॉजी
जैसा कि हम आपको पहले बता चुके हैं कि Li-Fi टेक्नोलॉजी में सिग्नल भेजने और रिसीव करने के लिए प्रकाश का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल एलईडी लाइट सिग्नल भेजने के लिए एक सेकेंड्स में लाखों बार टिमटिमाती है, जिसे हम अपनी खुली आंखों से नहीं देख पाते हैं और हमें लगता है कि बल्ब लगातार जल रहा है।
WiFi की तुलना में नई टेक्नोलॉजी Li-Fi 100 गुना अधिक तेज स्पीड वाली होगी। वैज्ञानिकों ने लैब में 224 GB प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल कर ली है। यह स्पीड पलक झपकते ही 18 मूवी डाउनलोड करने के स्पीड के बराबर है।
Li-Fi (लाई-फाई) का ऐसे कर सकेंगे इस्तेमाल
मौजूदा समय में Li-Fi टेक्नोलॉजी Wi-Fi के मुकाबले में कम पॉपुलर है। कम लोग ही Li-Fi टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि इसके लिए लोगों को अपने घरों में एलईडी लाइट लगानी होगी, जो Wi-Fi के मुकाबले थोड़ा महंगा पड़ता है। लेकिन आने वाले समय में Li-Fi टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ेगा। हालांकि यह Wi-Fi को हटा पाएगा या नहीं यह कहना मुश्किल है।
Li-Fi (लाई-फाई)टेक्नोलॉजी की खासियत
Li-Fi टेक्नोलॉजी कई खासियतों में से एक यह भी है कोई भी आपके इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर सकता है जब तक आप न चाहें। ऐसा इसलिए क्योंकि इंटरनेट सिग्नल उसी जगह पर आता है जहां आपने लाइट को लगाया हो। Li-Fi की दूसरी खासियतों में से एक इसका Wi-Fi की तुलना में कई गुना तेज काम करना शामिल है।
आपको सिग्नल के लिए Li-Fi डॉन्गल लगाना होगा। Li-Fi पर्यावरण की नजर से काफी सुरक्षित तकनीक है। इसलिए इसे ग्रीन टेक्नोलॉजी भी कहा जा सकता है।
कैसे काम करता है Li- Fi (लाई-फाई)
- Li-Fi टेक्नोलॉजी में डेटा का ट्रांसमिशन Light के माध्यम से होता है
- Li-Fi में डेटा ट्रांसमिट करने के लिए LED Bulb का इस्तेमाल किया जाता है
- डेटा ट्रांसमिट करने की स्पीड लगभग 1 Gbps होती है
- इसमें डेटा सेफ रहता है
- Li-Fi 10 मीटर तक डिस्टेंस को कवर कर सकता है
- Li-Fi में LED Bulb, LED Driver और Photo Detector का इस्तेमाल किया जाता है
- इसकी Frequency रेडिओ तरंगों की तुलना में 10 हजार गुना अधिक होती है
Li- Fi (लाई-फाई) V/S Wi-fi
Feature | LiFi | WiFi |
Full form | Light Fidelity | Wireless Fidelity |
Operation | LiFi में Data Transmission का माध्यम Light है | WiFi में Data Transmission का माध्यम Radio Waves है |
Devices | LED bulb | Wireless Router है |
Interference | इसमें कोई भी Interference Problem नहीं है | Routers के साथ Interference Problem है |
Technology | Present IrDA compliant devices | WLAN 802.11a/b/g/n/ac/ad standard compliant devices |
Applications | airlines undersea explorations hospitals के operation theaters में office और home में Internet Browsing के लिए इस्तमाल किया जाता है | WiFi Hotspot के जरिए Internet Access किया जाता है |
Advantages | Interference कम है salty sea water में काम करता है घंच Area में भी काम करता है | Interference ज्यादा है salty sea water में काम नहीं करता है घंच Area में भी काम कम करता है |
Privacy | Light दिवार के दूसरी तरफ ना जाने के कारण Transmission Secure रहता है | इसमें Network Open रहने के कारण Data Transmission Secure नहीं रहता है |
Data transfer speed | 1 Gbps | 150 Mbps+ |
Frequency of operation | Radio Waves के Frequency से 10 गुणा अधिक | इसमें 2.4GHz 4.9GHz और 5GHz |
Coverage distance | 10 meters | 32 meters (WLAN 802.11b/11g) Transmission Power और Antenna पे निर्भर है |
Components | Lamp driver LED Photo Detector LED bulb | Wireless Router |
History of LiFi (लाई-फाई)
in Hindi
अब चलिए History of LiFi in Hindi के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त करते हैं। Prof. Harald Haas, वो UK के University of Edinburgh के थे. जिनको LiFi Technology का Founder भी बताया जाता है. अपने Invention को वो Tech Talk में Represent किये थे. Harald Haas Pure LiFi के Co-Founder हैं. जिनकी सोच से ही आज हम LiFi Technology को भविष्यत में इस्तमाल कर सकते हैं।
Harald Haas के मुताबिक अगर किसी भी Information को Visible Light Portion के माध्यम से भेजा जाए. तो उसे Visible light communication (VLC) कहा जाता है. Harald Haas ने एक D-Light Project को सुरु किया।
2010 से 2012 तक इस प्रोजेेेक्ट को काफी समय दिये थे जब वो Edinburgh’s Institute में थे. काफी समय से इस project के उपर बिताने के बाद।
2011 में TED Global Talk दौरान LiFi Technology को लोगों के सामने प्रदर्सन किए थेे. इसके बाद लोग इस Technology के बारे में लोग जानने लगे थे. उसी समय बिना समय गवाए एक Company की सुरुवात की गई थी जिसका नाम था PureLiFI जो अभी है।
PureLiFi का पहले एक नाम था Pure VLC जो की एक original equipment manufacturer (OEM) Company थी. Purelifi के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए यह Company मोजुदा LED Lighting पे काम करने लगी।
October 2011 में इस Company ने और Industries के Groups मिलके LiFi Consortium का गठन किया था. दोनों का एक ही मकसद था High Speed Wireless System का गठन करना है ।
Radio Waves में जो Limitation है उनको ख़तम करना. एसी बहुत सारी Companies थी जो Uni-Directional VLC Product बनाने लगी थी लेकिन वह Li-Fi से काफी भिन थी।
2012 में VLC Technology को LiFi के साथ प्रदर्सन किया गया था. August 2013 के एक प्रदर्सन में यह प्रमाणित हो चूका था. इसमें Single Color LED 1.6 Gbit/sec के साथ Data Transmission हो रहा था।
2013 September के एक Press में यह बोला गया की LiFi में Line Of Sight की कोई आवस्यकता नहीं है. October 2013 के एक Report में यह बतया गया था की Chinese Manufacturers ने LiFi kit को Development में लगे हुए हैं।
April 2014 में Russian company Stins Coman ने एक wireless Network को Develop किया जिसका नाम था BeamCaster. फ़िलहाल इस में data speed करीबन 1.25 gigabytes per second है।
आगे भविष्यत में LiFi की Speed 5 GB/sec होने वाली है. यही छोटा सा LiFi का इतिहास था. सायद पसंद आया हो आपको. चलिए अब बात करते हैं इसके फायदे और
नुकसान के बारे में।
फायदे और नुकसान (Advantages and Disadvantages of LiFi)
LiFi के फायदे और नुकसान के बारे में जानते हैं। हर किसी के फायदे और नुकसान होते हैं वैसे ही इसके भी है. इसे आप यह पता लगा सकते हैं की क्या कुछ खास है या नहीं. चलिए शुरू करते हैं।
LiFi(लाई-फाई)के फायदे (Advantages)
Efficiency:
आपको पता ही होगा यह Technology Visible Light Technology पे आधारित है. जैसे की आपको पता है Office और घर में पहले से ही LED बल्ब हैं। LED बल्ब Light के अच्छे Source होते हैं।
इसी वजह से इनको data Transmission के लिए इस्तमाल किया जा सकता है. यह काफी सस्ता और अच्छा Energy का Source है.Data Transmission के दौरान LED बल्ब को On करना अनिवार्य है।
अगर आपको Light से परेशानी हो रही है तो आप चाहो तो LED बल्ब की रोशनी को कम कर सकते हैं और फिर भी आप Internet को इस्तमाल कर सकते हैं.
Availability :
जहाँ Light Source है वहां Internet है. आपको हर जगह Light Bulb देख सकते हैं, जैसे की homes, offices, shops, malls और planes में भी हैं. आपको बोलने का एक ही तत्वार्य है. जहां रोशनी की व्यवस्ता है वहां आप LiFi का Use कर सकते है.
Security:
इस Technology का एक Advantage है Security. जैसे की आपको पता है Light दीवार के दुसरे पार नहीं जा सकता है. वैसे ही LiFi का Signalभी एक Room से दुसरे room तक Signal ना जाने के कारण LiFi Secure है।
बाहर का कोई भी User आपके Internet को Access नहीं कर सकता है.
LiFi(लाई-फाई)
के नुकसान (Disadvantages)
- बिना Light Source के आप Internet Access नहीं कर सकते हैं. हर बार आपको Light को On करने की आवस्यकता है.
- एक Room के अंदर ही इसे इस्तमाल कर सकते हैं. Range Limited है.
- यह एक रौशनी होने के कारण दिवार को भेद नहीं सकती है. इसी वजह से Internet Limited Location पर उपलब्ध है.
- Sunlight की वजह से Internet Speed में बाधा होने की संभावना है.
- नए LiFi Connection के लिए अलग से Network बनाना पड़ता है.
- यह काफी महँगी technology है.
LiFi (लाई-फाई)से आप क्या समझते हैं?
LiFi एक High Speed Optical Wireless Technology है। जो Data Transmission के लिए Light Emitting Diodes (LEDs) का इस्तेमाल करती है।
LiFi(लाई-फाई)की खोज किसने की?
LiFi की खोज Professor Herald Haas ने की थी।
आज आपको क्या नया सीखने को मिला?
हमेसा से मेरी यहि कोसिस रहती है की आपको सही और सठिक और पूर्ण Information आपको मिले. आज आप क्या सीखें LiFi क्या है और कैसे काम करता है. वैसे तो अबतक यह internet सेवा नही आया है. आगे बहुत ज़्यादा Future है सायद आप Road में जो street light होती है वहाँ आपको INTERNET use कर सकते हैं।
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